मोहित ठाकुर<p><strong>हिमाचल बिजली परियोजना: कर्ज में डूबे ऊर्जा उत्पादकों को राहत, किन्नौर में बड़े फैसले</strong></p><p><strong>Himachal News:</strong> हिमाचल प्रदेश सरकार ने कर्ज में डूबी <strong>हिमाचल बिजली परियोजना</strong> कंपनियों को राहत देने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने किन्नौर में शोंगटोंग परियोजना का दौरा किया। उन्होंने कहा कि 50% से अधिक निर्माण वाली परियोजनाओं का अध्ययन होगा। कैबिनेट सब-कमेटी की सिफारिशें जल्द लागू होंगी। साथ ही, कांगड़ा में 200 मेगावाट का सोलर प्रोजेक्ट शुरू होगा।</p><p><strong>कर्ज में डूबी कंपनियों को राहत</strong></p><p>मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन <strong>हिमाचल बिजली परियोजना</strong> कंपनियों का निर्माण 50% से अधिक पूरा हो चुका है, उनके लिए सरकार विशेष कदम उठाएगी। इन परियोजनाओं का विस्तृत अध्ययन होगा। सरकार जल्द बड़े फैसले लेगी। इसका उद्देश्य ऊर्जा उत्पादकों को आर्थिक संकट से उबारना है।</p><p><strong>नई सोलर और जियो थर्मल परियोजनाएं</strong></p><p>कांगड़ा में 200 मेगावाट की सोलर परियोजना शुरू होगी, जो हिमाचल की सबसे बड़ी सोलर परियोजना होगी। इसे <a href="https://hppcl.in/" rel="nofollow noopener" target="_blank">हिमाचल पावर कॉरपोरेशन</a> को सौंपा गया है। इसके अलावा, पेखूबेला (32 मेगावाट), अघलार और भंजाल परियोजनाओं पर काम शुरू होगा। जियो थर्मल परियोजनाओं पर भी ध्यान दिया जा रहा है। इससे सर्दियों में बिजली खरीद की निर्भरता कम होगी।</p><p><strong>हिमाचल की संपदा की रक्षा</strong></p><p>मुख्यमंत्री ने पूर्व जयराम सरकार पर संपदा के दुरुपयोग का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सतलुज जल विद्युत निगम (SJVN) को धौलासिद्ध, लुहरी और सुन्नी परियोजनाएं बिना शर्त दी गईं। अब सरकार इन परियोजनाओं को अपने नियंत्रण में लेगी। SJVN को परियोजनाएं सरकार की शर्तों पर ही मिलेंगी।</p><p><strong>शोंगटोंग परियोजना में देरी</strong></p><p>शोंगटोंग <strong>हिमाचल बिजली परियोजना</strong> 20 साल से अधूरी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व सरकारों ने इस पर ध्यान नहीं दिया। यह परियोजना हिमाचल को आत्मनिर्भर बनाएगी। सरकार इसे जल्द पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।</p><p><strong>आर्थिक चुनौतियां और बजट</strong></p><p>मुख्यमंत्री ने बताया कि हिमाचल का बजट 58,000 करोड़ रुपये है, लेकिन 6,000 करोड़ का आर्थिक अंतर है। SJVN का बजट 67,000 करोड़ रुपये है। सरकार अपनी संपदा का दोहन हिमाचल पावर कॉरपोरेशन के जरिए करेगी। इससे आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।<a href="https://www.hindustantimes.com/cities/chandigarh-news/himachal-cm-presents-rs-58-514-cr-budget-focus-on-boosting-tourism-agriculture-jobs-101742210332724.html" rel="nofollow noopener" target="_blank"></a></p><p><strong>Author: Harikrishan Sharma, Himachal Pradesh </strong></p><p><a rel="nofollow noopener" class="hashtag u-tag u-category" href="https://rightnewsindia.com/topics/himachal-power-projects/" target="_blank">#himachalPowerProjects</a> <a rel="nofollow noopener" class="hashtag u-tag u-category" href="https://rightnewsindia.com/topics/renewable-energy/" target="_blank">#renewableEnergy</a></p>